Rajasthan Pharmacist Cader
राजस्थान के सन्दर्भ में
चतुर्थ पद Pharmacy Superintendent फ उसका सम्पूर्ण विवरण
चतुर्थ पद Pharmacy Superintendent फ उसका सम्पूर्ण विवरण
1. पदनाम :- फार्मेसी अधीक्षक।
2. प्रस्तावित वेतन श्रृंखला एवं ग्रेड-पे :- 15600-39100 (6600)
3. पद हेतु योग्यता तथा भर्ती की विधि :- मुख्य फार्मासिस्ट तथा 100ः पदोन्नति द्वारा।
4. सीधी भर्ती हेतु योग्यता एवं अनुभव :- NA
5. कार्य स्थल :- समस्त मेडिकल कॉलेज, सेटेलाईट अस्पतालां जिला चिकित्सालयां, सामुदायिक स्वास्थय केन्द्रां(सीएचसी) पर सभी चिकित्सा संस्थानों के फार्मेसी विभाग के प्रभारी के रूप में
6. पदनाम जिससे पदोन्नति की जावे :- मुख्य फार्मासिस्ट।
7. पदोन्नति हेतु योग्यता एवं अनुभव :- मुख्य फार्मासिस्ट के पद पर न्यूनतम 3 वर्ष का अनुभव या समतुल्य अनुभव और राज्य भेषजी परिषद् में पंजीकृत फार्मासिस्ट।
8. पद की वर्तमान स्थिति :- सृजित करने है।
7. पदोन्नति हेतु योग्यता एवं अनुभव :- मुख्य फार्मासिस्ट के पद पर न्यूनतम 3 वर्ष का अनुभव या समतुल्य अनुभव और राज्य भेषजी परिषद् में पंजीकृत फार्मासिस्ट।
8. पद की वर्तमान स्थिति :- सृजित करने है।
9. पद कहॉं स्वीकृत करने है :- समस्त मेडिकल कॉलेजां, सेटेलाईट अस्पतालां जिला चिकित्सालयां, सामुदायिक स्वास्थय केन्द्रां (सीएचसी) पर एवं सभी चिकित्सा संस्थानों के फार्मेसी विभाग के प्रभारी के रूप में फार्मेसी अधीक्षक के पद स्वीकृत करने है।
10. पद की आवष्यकता :- स्वास्थ्य तंत्र की सफलता और छवि रोगियों को प्रदान की गई क्लिनिकल देखभाल से सीधी प्रभावित बेहतर होती है। फार्मेसी सेवा क्लिनिक सेवाओं का आधार स्तंभ है और इसका संपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल पर प्रत्यक्ष असर पड़ता है। फार्मेसी सेवा की क्वालिटी, उनकी आयोजना और कार्यान्वयन पूर्णतः बेहतर तरीके से किया जाता है और इस स्थान पर आसीन फार्मासिस्ट संवर्ग की जनता को सेवा सुलभ कराने में महŸवपूर्ण भूमिका होती है।
इस स्थान पर ऐसा सक्षम व्यक्ति (फार्मेसी अधीक्षक) आवष्यक है जिसे गहन तकनीकी और नीतिगत मुद्दों का ज्ञान हो तथा जो उŸारदायित्वों को स्वतंत्र रूप से पूरा करने में सक्षम हो। यह पद विभाग की वृतिक और प्रषासनिक जिम्मेदारियों को निभाने के लिए आवष्यक है जहाँ विभाग अनेकों वृŸाक और तकनीकी कार्मिकों के माध्यम से वृहत् भेषजिक सेवाएँ उपलब्ध कराई जाती है ताकि वृत्तिक अखंडता का उन्नयन हो और बेहतर विकास लक्ष्य तथा रोगियों की बेहतर देखभाल हो सके।
11. प्रयोजन, कर्तव्य एवं उŸारदायित्व :- प्रयोजन :- फार्मेसी सेवा प्रभावकारी ढंग से प्रदान करने के लिए तकनीकी सेवा तथा तर्कसम्मत सहायता दक्षतापूर्ण उत्पादन तथा प्रदाय प्रबंध उपलब्ध कराना, विनियमों को लागू करना तथा औषधियों और अन्य प्रदायों के क्वालिटी आष्वासन को बढ़ावा देना तथा अस्पताल में सुचारू रूप से दवा वितरण का प्रबंधन करना है।
कŸार्व्य और उŸारदायित्व :-फार्मेसी प्रदायों की योजना बनाना तथा संसाधन जुटाने समेत सुसंगत क्रियाकलापों की आयोजना और कार्यान्वयन का समन्वयअधीनस्थ कर्मचारियों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का पर्यवेक्षण तथा प्रषिक्षणअस्पताल के फार्मेसी विभाग का सम्पूर्ण प्रबंधन ऐण्टिबायोटिक प्रतिरोध अध्ययन संचालित करना अस्पताल की क्तनहे - ज्ीमतंचमनजपब ब्वउउपजजमम का सुचारू रूप से संचालन करने में सहयोग करन उच्च प्राधिकारियों को निरन्तर फीडबैक और सहायता प्रदान करना सुसंगत गतिविधियों को मानिटर करना तथा उनका मूल्यांकन करना वरिष्ठ द्वारा सौंपे गए किन्हीं अन्य कार्यां को पूरा करना
इस स्थान पर ऐसा सक्षम व्यक्ति (फार्मेसी अधीक्षक) आवष्यक है जिसे गहन तकनीकी और नीतिगत मुद्दों का ज्ञान हो तथा जो उŸारदायित्वों को स्वतंत्र रूप से पूरा करने में सक्षम हो। यह पद विभाग की वृतिक और प्रषासनिक जिम्मेदारियों को निभाने के लिए आवष्यक है जहाँ विभाग अनेकों वृŸाक और तकनीकी कार्मिकों के माध्यम से वृहत् भेषजिक सेवाएँ उपलब्ध कराई जाती है ताकि वृत्तिक अखंडता का उन्नयन हो और बेहतर विकास लक्ष्य तथा रोगियों की बेहतर देखभाल हो सके।
11. प्रयोजन, कर्तव्य एवं उŸारदायित्व :- प्रयोजन :- फार्मेसी सेवा प्रभावकारी ढंग से प्रदान करने के लिए तकनीकी सेवा तथा तर्कसम्मत सहायता दक्षतापूर्ण उत्पादन तथा प्रदाय प्रबंध उपलब्ध कराना, विनियमों को लागू करना तथा औषधियों और अन्य प्रदायों के क्वालिटी आष्वासन को बढ़ावा देना तथा अस्पताल में सुचारू रूप से दवा वितरण का प्रबंधन करना है।
कŸार्व्य और उŸारदायित्व :-फार्मेसी प्रदायों की योजना बनाना तथा संसाधन जुटाने समेत सुसंगत क्रियाकलापों की आयोजना और कार्यान्वयन का समन्वयअधीनस्थ कर्मचारियों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का पर्यवेक्षण तथा प्रषिक्षणअस्पताल के फार्मेसी विभाग का सम्पूर्ण प्रबंधन ऐण्टिबायोटिक प्रतिरोध अध्ययन संचालित करना अस्पताल की क्तनहे - ज्ीमतंचमनजपब ब्वउउपजजमम का सुचारू रूप से संचालन करने में सहयोग करन उच्च प्राधिकारियों को निरन्तर फीडबैक और सहायता प्रदान करना सुसंगत गतिविधियों को मानिटर करना तथा उनका मूल्यांकन करना वरिष्ठ द्वारा सौंपे गए किन्हीं अन्य कार्यां को पूरा करना
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